Ayurvedic Doctor कैसे बनें | आयुर्वेदिक डॉक्टर (वैद्य) कैसे बनते हैं – कोर्स/फीस/सैलरी/ 2024

Ayurvedic Doctor Degree 2024 : भारत जैसे विशाल आबादी वाले देश में चिकित्‍सा के क्षेत्र में रोजगार की अनंत संभावनायें हैं। चिकित्‍सा के क्षेत्र में हर किसी के लिये शानदार जॉब्‍स / कॅरियर के सुनहरे मौके मौजूद हैं। चिकित्‍सा जगत में ऐसा ही एक क्षेत्र आयुर्वेद से जुड़ा हुआ है। भारत में हर घर में आयुर्वेद को बहुत महत्‍व दिया जाता है। यही कारण है कि आज की नौजवान पीढ़ी आयुर्वेद में Admission लेकर व Ayurvedic Doctor बन कर शानदार Jobs हासिल कर रही है।

देश में नयी शिक्षा नीति लागू होने के बाद से केंद्रीय आयुष मंत्रालय भी Ayurvedic Education के क्षेत्र में तेजी से काम कर रहा है। सरकार व सरकारी विभागों के द्धारा आयुर्वेद को दिये जा रहे प्रोत्‍साहन को देखते हुये, ऐसे छात्र – छात्रायें जो 10+2 पास करने के बाद चिकित्‍सा के क्षेत्र में कॅरियर बनाने के इच्‍छुक हैं, वह Ayurvedic Doctor बनने में दिलचस्‍पी दिखाने लगे हैं।

अमूमन देखा जाता है कि चिकित्‍सा के क्षेत्र में जाने के इच्‍छुक छात्र MBBS/MD/सर्जन आदि बनने को ज्‍यादा प्रमुखता देते हैं। लेकिन बदलते समय के साथ छात्र-छात्राओं के नजरिये में भी बदलाव देखने को मिल रहा है। अब बड़ी तादात में छात्र BAMS में प्रवेश लेकर आयुर्वेदिक डॉक्‍टर बन रहे हैं।

आज की इस पोस्‍ट में हम आपको Career Scope for Ayurvedic Doctor | Dr after BAMS | Can BAMS do Surgery | Future of BAMS | Admission Process for Ayurvedic Doctor आदि के विषय में कुछ महत्‍वपूर्णं और नयी Trustworthy Information प्रदान करने जा रहे हैं। कृप्‍या इस पोस्‍ट को अंत तक पढ़ कर दी गयी जानकारी का पूरा लाभ उठायें।

Contents

Ayurvedic Doctor क्‍या होता है – आयुर्वेदिक डॉक्‍टर किसे कहते हैं

Ayurvedic Doctor Kaise Bane
आयुर्वेदिक डॉक्‍टर बनने का पूरा प्रोसेस हिंदी में

Ayurvedic Doctor in Hindi – Helpful Information : आयुर्वेद के जानकार या प्रशिक्षित व्‍यक्ति को आयुर्वेदिक डॉक्‍टर कहा जाता है। पुराने समय में इन्‍हें वैद्य के रूप में जाना जाता था। आज भी देश के ग्रामीण अंचलों में आयुर्वेदिक डॉक्‍टर को ‘’वैद्य जी’’ के नाम से पुकारा जाता है।

आयुर्वेदिक डॉक्‍टर एक आधुनिक शब्‍द है जोकि आधा अंग्रेजी और आधा हिंदी भाषा से लिया गया है। वर्तमान में शहरी / नगरीय क्षेत्रों में आयुर्वेद पद्धति से बीमार व्‍यक्ति का इलाज करने वाले व्‍यक्ति को आयुर्वेदिक डॉक्‍टर ही कहा जाता है।

आयुर्वेदिक डॉक्‍टर बनने के लिये 10+2 उत्‍तीर्णं करने के बाद आयुर्वेद तथा आयुष शिक्षा हासिल करनी होती है। आयुर्वेदिक डॉक्‍टर बनना उतना आसान नहीं है, जितना कि आप समझ रहे हैं। चिकित्‍सा के क्षेत्र में जाने के लिये आपको NEET परीक्षा पास करनी पड़ती है। जिसके लिये कठिन परिश्रम करना पड़ता है।

Ayurvedic Doctor कैसे बनें – Ayurvedic Doctor Degree Name

Ayurvedic Doctor Kaise Bane : यदि आप 12वीं कक्षा के बाद चिकित्‍सा के क्षेत्र में जाकर आयुर्वेदिक डॉक्‍टर बनना चाहते हैं तो इसके लिये आपको NEET Exam क्‍वालीफाई करना होगा। जिसके बाद आप BAMS यानि Bachelor of Ayurvedic Medicine and Surgery में Admission ले सकते हैं।

पहले BAMS में नीट उत्‍तीर्णं करने वाले वही छात्र-छात्रायें प्रवेश लेते थे, जिन्‍हें NEET परीक्षा में कम रैंक हासिल होती थी। ऐसे छात्र जो MBBS को तरजीह देते थे, वह कम रैंक आने पर बीएएमएस में प्रवेश लेना अपनी शान के खिलाफ समझते थे। लेकिन अब जमाना बदल गया है। अब देश भर के मेडिकल संस्‍थानों में BAMS में प्रवेश लेने के लिये मारामारी है। अब एमबीबीएस के लिये चयनित छात्र भी आयुर्वेदिक डॉक्‍टर बनने के लिये BAMS में प्रवेश लेकर अपना कॅरियर बनाने लगे हैं।

आयुर्वेदिक डॉक्‍टर बनने के लिये कोर्स कितने साल का होता है

शिक्षा सृजन (कमर्शियल)

Ayurvedic Doctor Course Duration : आयुर्वेदिक डॉक्‍टर बनने के लिये BAMS कोर्स करना पड़ता है। यह एक ग्रेजुएट स्‍तर का कोर्स है। इस कोर्स की वर्तमान अवधि साढ़े पांच साल है। इसमें साढ़े 4 साल पढ़ाई तथा 1 साल की इंटर्नशिप होती है। इस कोर्स में आप प्रवेश केवल नीट परीक्षा पास करने के बाद ही ले सकते हैं।

आयुर्वेदिक डॉक्‍टर डिग्री कोर्स से संबंधित इंटर्नशिप कहां कराई जाती है?

BAMS की पढ़ाई पूरे साढ़े 4 साल करने के बाद 6 माह की इंटर्नशिप आयुर्वेद कॉलेज तथा 6 माह की इंटर्नशिप प्राइमरी हेल्‍थ सेंटर्स / जिला अस्‍पताल / राजकीय मेडिकल आदि में कराई जाती है।

क्‍या BAMS करने के बाद MD / MS कर सकते हैं?

ऐसे छात्र जो बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी (BAMS) करने के बाद परास्‍नातक कोर्स MD / MS करना चाहते हैं तो उन्‍हें All India PG Entrance Exam में बैठना पड़ता है। इसे पास कर लेने के बाद आप MS / MD की पढ़ाई कर सकते हैं। परास्‍नातक कोर्स की अवधि 3 साल की होती है।

क्‍या BAMS करने के बाद आयुर्वेद में PHD की जा सकती है?

जी हां, BAMS Doctor यदि परास्‍नातक कोर्स पूरा कर लेते हैं और वह आयुर्वेद में पीएचडी करना चाहते हैं, तो ऐसे डॉक्‍टर्स के लिये देश के अनेक विश्‍वविद्धालय आयुर्वेद में PHD प्रोग्राम संचालित कर रहे हैं। पीएचडी डिग्री के इच्‍छुक छात्र विश्‍वविद्धालय स्‍तर पर Entrance Exam पास करके इसमें प्रवेश ले सकते हैं।

क्‍या Ayurvedic Doctor बनने के लिये संस्‍कृत का ज्ञान होना चाहिये

ऐसा जरूरी तो नहीं है, लेकिन यदि आपको संस्‍कृत लिखना पढ़ना आती है तो Ayurvedic Doctor बनने में आसानी होती है। इसका कारण यह है कि आयुर्वेद शिक्षा के मूल ग्रंथ संस्‍कृत भाषा में होते हैं। यदि आपकी 12वीं कक्षा तक संस्‍कृत अच्‍छी है तो BAMS कोर्स को समझने में आपको आसानी होगी।

आयुर्वेद में इंट्रोडक्‍ट्री कोर्स लागू क्‍यों किया गया है?

जैसा कि हम सब जानते हैं कि चिकित्‍सा के क्षेत्र में जाने वाली छात्र – छात्रायें फिजिक्‍स / कैमेस्‍ट्री 12वीं कक्षा में पढ़ कर आते हैं। जबकि BAMS कोर्स में उनका सामना एक अलग ही विषय से होता है। आयुर्वेद शिक्षा के कुछ महत्‍वपूर्णं ग्रंथ भी संस्‍कृत में होते हैं। इसलिये आयुर्वेदिक छात्रों को कोर्स समझने में काफी समय लगता है।

इसी बात को मददेनजर रखते हुये आयुर्वेदिक एजूकेशन में 15 दिन का इंट्रोडक्‍ट्री कोर्स लागू किया गया है। इस कोर्स के जरिये आयुर्वेदिक छात्रों को कोर्स से संबंधित पूरी जानकारी प्रदान की जाती है।

आयुर्वेदिक डॉक्‍टरों को आधुनिक शिक्षा कैसे प्रदान की जाती है?

नई शिक्षा नीति लागू होने के बाद आयुर्वेदिक शिक्षा हासिल कर रहे छात्रों को 1 घंटे का क्‍लास रूम लेक्‍चर प्रदान किया जाता है और 2 घंटे का प्रेक्टिकल होता है। इसके अलावा लैब / क्लिनिक के साथ साथ ग्रुप डिस्‍कसन व सवाल जवाब जैसी कुछ अन्‍य चीजों को भी Add किया गया है।

Ayurvedic Doctor को BAMS की पढ़ाई करने के दौरान किन किन क्षेत्रों का अध्‍ययन करना पड़ता है

  • बाल रोग (पीडियाट्रिक्‍स)
  • पंचकर्म पेंटा बायो प्‍यूरिकेशन मैथड
  • अगद तंत्र मेडिकल ज्‍यूरिस्‍प्रूडेंटस एंड टॉक्सिंस कोलीजी
  • प्रसूति एवं स्‍त्री रोग
  • काया चिकित्‍सा इंटरनल मेडिसिन
  • द्रव्‍य गुण मटेरिया  मेडिका एंड फार्माकॉलोजी
  • लेटरोकेमिस्‍ट
  • शल्‍य तंत्र सर्जरी
  • विकृति विज्ञान पैथालॉजी
  • शालाक्‍य तंत्र Eye & ENT
  • शरीर क्रिया फिजियोलॉजी
  • शरीर रचना एटोनॉमी

आयुर्वेदिक डॉक्‍टर बनने के लिये जरूरी पात्रता क्‍या है

  • आपका 12वीं कक्षा में PCB विषयों के साथ उत्‍तीर्णं होना जरूरी है
  • 12वीं कक्षा के बाद NEET एग्‍जाम में अच्‍छी रैंक लाना जरूरी है
  • थोड़ा बहुत संस्‍कृत भाषा का ज्ञान होना जरूरी है ताकि आयुर्वेद ग्रंथों को अच्‍छे से समझा जा सके
  • BAMS करने के बाद परास्‍नातक कोर्स करने के लिये ऑल इंडिया पीजी एंट्रेंस टेस्‍ट उत्‍तीर्णं करना जरूरी है
  • परास्‍नातक करने के बाद पीएचडी करने के लिये विश्‍वविद्धालय स्‍तर की प्रवेश परीक्षा उत्‍तीर्ण करना जरूरी होता है।

Career Scope in Ayurveda

Ayurvedic Doctor बनने के बाद भारत समेत दुनिया के अनेक देशों में आयुर्वेद के क्षेत्र में आकर्षक कॅरियर बनाया जा सकता है। BAMS की डिग्री मिल जाने के बाद आपको जिला अस्‍पतालों / राजकीय मेडिकल कॉलेजों के आयुष विभाग में सरकारी डॉक्‍टर के पद पर नौकरी मिल सकती है।

इसके अलावा प्राइवेट अस्‍पताल / नर्सिंग होम / स्‍वास्‍थ्‍य विभाग / फार्मास्‍यूटिकल्‍स जैसी जगहों पर आसानी से जॉब मिल जाती है। यदि आप नौकरी नहीं करना चाहते हैं तो आप खुद का नर्सिंग होम / क्‍लीनिक चला कर लोगों का उपचार व परामर्श देकर अच्‍छा पैसा कमा सकते हैं।

देश की फार्मा कंपनियों में भी आयुर्वेदिक डाक्‍टर्स के लिये अनेक जॉब्‍स मौजूद हैं जहां पर आपको अच्‍छे पैकेज के साथ नौकरी हासिल हो सकती है।

BAMS कोर्स में शिक्षा प्रदान करने वाले कुछ महत्‍वपूर्णं संस्‍थान

1 – महर्षि आयुर्वेद आस्‍ट्रेलिया

2 – गुजरात आयुर्वेदिक यूनिवर्सिटी, जामनगर

3 – बनारस हिंदू विश्‍वविद्धालय, वाराणसी, उत्‍तर प्रदेश

4 – स्‍टेट आयुर्वेद कॉलेज, तिरूअनंतपुरम

5 – नेशनल इंस्‍टीटयूट ऑफ आयुर्वेदा, जयपुर

6 – आयुर्वेद यूनानी तिब्बिया कॉलेज, नईदिल्‍ली

7 – राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज, लखनऊ

FAQ – आयुर्वेदिक डॉक्‍टर से संबंधित अक्‍सर पूछे जाने वाले सवाल

क्‍या Ayurvedic Doctor (BAMS) MBBS के Equal माने जाते हैं?

जी हां, अब BAMS Degree को MBBS के समान माना जाता है।

क्‍या आयुर्वेदिक डॉक्‍टर बनने के बाद नाम के आगे DR लिखा जा सकता है?

जी हां, BAMS करने के बाद आप डॉक्‍टर बन चुके होते हैं, इसलिये आप अन्‍य एलोपै‍थिक डॉक्‍टरों की तरह नाम के आगे Dr लगा सकते हैं।

क्‍या BAMS करने के बाद Surgery की जा सकती है?

आयुर्वेदिक डॉक्‍टर परास्‍नातक कोर्स करने के बाद कुछ प्रकार की सर्जरी करने के योग्‍य होते हैं।

BAMS डिग्री का भविष्‍य क्‍या है?

भारत समेत दुनिया के अनेक देशों में BAMS यानि आयुर्वेदिक डॉक्‍टर का भविष्‍य बहुत ही अच्‍छा है। जैसे जैसे दुनिया आयुर्वेद की ओर लौट रही है वैसे वैसे आयुर्वेदिक डॉक्‍टरों की मांग बढ़ती जा रही है।

तो दोस्‍तों यह थी हमारी आज की पोस्‍ट Ayurvedic Doctor Kaise Baneआयुर्वेदिक डॉक्ट‍र (वैद्य) कैसे बनते हैं – कोर्स/फीस/सैलरी/ 2024 यदि आप BAMS Courses के बारे में कोई अन्‍य प्रश्‍न पूछना चाहते हैं तो आप हमसें कमेंट बॉक्‍स के जरिये पूछ सकते हैं।

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